वक्त के अनन्त बहाव में, जीवन के अविरल प्रवाह में, कभी डग भरके पगडंडियों पर. वक्त के अनन्त बहाव में, जीवन के अविरल प्रवाह में, कभी डग भरके पगडंडियों पर...
प्यार बदला, सबके नजरीया भी बदला, पगदंडीया भी बोल उठी इतरा कर, रिश्तों कि राहे कुछ हमने भी ... प्यार बदला, सबके नजरीया भी बदला, पगदंडीया भी बोल उठी इतरा कर, रिश्तों ...
आओं हम पगडडियां बनाकर आगें बढ़ते जाए आओं हम पगडडियां बनाकर आगें बढ़ते जाए
जिनके वैलेंटाइन में यादों के अलावा कुछ न हो, उनकी खातिर... जिनके वैलेंटाइन में यादों के अलावा कुछ न हो, उनकी खातिर...
अतीत को भूलने की बात तुम भी करते हो पर हर घड़ी अतीत में लौटने की चाह पुरवइया सी मचलती होगी … अतीत को भूलने की बात तुम भी करते हो पर हर घड़ी अतीत में लौटने की चाह पुरवइया सी...
अपनी सुगन्ध में तड़पता छोड़ जाने कहाँ चली गयी सूरज में प्रकाश नही। अपनी सुगन्ध में तड़पता छोड़ जाने कहाँ चली गयी सूरज में प्रकाश नही।